इजरायल या कुछ और… ईरान राजधानी बदलने को बेचैन क्यों, राष्ट्रपति बोले- तेहरान छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं

ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान ने कहा है कि देश के पास अपनी राजधानी तेहरान से दक्षिण में स्थानांतरित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। पेज़ेशकियान ने कहा कि उन्होंने पिछले साल सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सामने यह प्रस्ताव रखा था। ऐसे में सवाल उठता है कि ईरान अपनी राजधानी क्यों बदलना चाहता है।

तेहरान: ईरान अपनी राजधानी तेहरान बदलने के लिए तैयार है। ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने कहा है कि उनके देश के पास अपनी राजधानी को तेहरान के दक्षिण में ट्रांसफर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ईरान की क्या मजबूरी है, जो वह अपनी बसी-बसाई राजधानी को बदलने की तैयारी कर रहा है। क्या ईरान को तेहरान पर अपने सबसे बड़े दुश्मन इजरायल के हमलों का डर है या फिर कुछ और ही कारण है।

ईरान राजधानी क्यों बदल रहा

पेजेशकियान ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने पिछले साल सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था। राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि इसकी काफी आलोचना हुई थी, लेकिन उन्होंने तर्क दिया कि ईरान का बढ़ता संसाधन संकट इतना गंभीर है कि राजधानी को स्थानांतरित करना अब एक विकल्प नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है। दरअसल, तेहरान की आबादी बढ़ती जा रही है और पानी की आपूर्ति कम होती जा रही है। इस कारण अपनी आबादी को पानी उपलब्ध कराने के लिए ईरान राजधानी बदलने पर विचार कर रहा है।

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